क्या यही हिंदी पत्रकारिता का 'स्वर्णयुग' है?
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May 30, 2014 - क्या १८८ साल की भरी-पूरी उम्र में कई उतार-चढाव देख चुकी हिंदी पत्रकारिता का यह 'स्वर्ण युग' है? जानेमाने संपादक सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने बहुत पहले ८०-९० के दशक में ही यह एलान कर दिया था कि यह हिंदी पत्रकारिता का 'स्वर्ण युग' है.
· क्या यही हिंदी पत्रकारिता का 'स्वर्णयुग' है ...
www.newswriters.in/.../is-this-a-golden-period-of-hind...
Apr 21, 2015 - आनंद प्रधान (एसोशिएट प्रोफ़ेसर, भारतीय जनसंचार संस्थान ) क्या १८८ साल की भरी-पूरी उम्र में कई उतार-चढाव देख चुकी हिंदी पत्रकारिता का यह 'स्वर्ण युग' है?
· IIMC Alumni on Twitter: "क्या यही हिंदी ...
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· May 16, 2015 - Already using Twitter via text message? Follow Following Unfollow Blocked Unblock Pending Cancel. IIMC Alumni @IIMCAA May 16. क्या यही हिंदी पत्रकारिता का 'स्वर्णयुग' है? | NewsWriters.in http://fb.me/7q7yG80Sx. View translation. Translated from Hindi by Bing Wrong translation?
· Bharat Kumar - क्या यह हिंदी पत्रकारिता का ...
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क्या यह हिंदी पत्रकारिता का स्वर्ण युग है या चाटुकार युग? जिस देश में गुडगाँव-नोएडा में रास्ता बंद होता है तो सभी चैनलों पर खबरों की बमबारी हो जाती है...
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May 16 at 3:05am ·. क्या यही हिंदी पत्रकारिता का 'स्वर्णयुग' है? | NewsWriters.in. - आनंद प्रधान (एसोशिएट प्रोफ़ेसर, भारतीय जनसंचार संस्थान ) क्या १८८ साल की भरी-पूरी उम्र में कई उतार-चढाव देख चुकी हिंदी पत्रकारिता का यह 'स्वर्ण युग' है? newswriters.in.
· Premacanda - Page 168 - Google Books Result
https://books.google.co.in/books?isbn=8170552222
Narendra Kohli - 1991
किंतु उस पत्र की नीति संकीर्ण दृष्टिकोण पर आधारित होने के कारण इन्होंने उसे 1र्यघ्र ही छोड़ दिया । ... विरोधी गतिविधियों के कारण तीन वर्ष का कारावास दंड मिला : जेल से मुक्त होकर ये काशी चले आये, जहाँ हिंदी पत्रकारिता का स्वर्ण-युग इनकी ...
· Hindi Patrakarita Ka Brahadh Etihas - Page 56 - Google Books Result
https://books.google.co.in/books?id=dAetJVevGM4C
सत 1948 से 1974 तक के राजनीतिक सामाजिक सांस्कृतिक परिपेक्ष्य में हिन्दी पत्रकारिता स्वदेश के अभिनव निर्माण में सर्वाधिक समर्पण भाव से ... हिन्दी पत्रकारिता के इतिहास में नवानिर्मापाकाल को पत्रकारिता का स्वर्णयुग माना जा सकता है ।
· हिंदी भाषा के विकास
www.sahityakunj.net/.../hindi_Bhasha_ke_vikas_mein...
वास्तव में वह पूरा शुरूआती समय हिंदी पत्रकारिता का स्वर्णयुग कहा जा सकता है। हिंदी के गौरव को स्थापित करने, हिंदी साहित्य को बहुमुखी बनाने, भारतीय भाषाओं की रचनाओं को हिंदी में लाने, हिंदी भाषा और देवनागरी लिपि के महत्व पर टिप्पणी ...
· sp singh / एसपी सिंह
spkemayne.blogspot.com/2015/04/14-15-1997.html
Apr 26, 2015 - ये.उनके घोर अज्ञान की अभिव्यक्ति है। हिंदी पत्रकारिता का स्वर्ण युग चल रहा है। हिंदी और भाषाई अखबारों की पाठक संख्या, पूंजी, विज्ञापन और मुनाफा लगातार बढ़ रहा है। हां, इस वृद्धि के बरक्स उनके समाचार-विचार के स्तर को लेकर आप ...
· बृहद आधुनिक कला कोश - Page 16 - Google Books Result
https://books.google.co.in/books?isbn=8181434919
विनॊद भारद्वाज - 2006 - Art, Indic
आधुनिक हिदी पत्रकारिता का यह स्वर्णयुग धा-अपनी समस्त सीमाओं के बाबजूद । 'दिनमान' ... तब गोते आधुनिक बजा पर हिंदी में लिखा तो गया था लेकिन जाति वर्मा ने हुसेन, उ, अंशदान स्वामी-मन, आम पटेल, तेयव मेड़ता, हिम्मत शाह आदि पर अपनी प्रारंभिक ..
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