सनातन विधि से करें श्राद्ध कर्म
hindi.webdunia.com/shradh.../सनातन-विधि-से-...
'श्रद्धया दीयते यत् तत् श्राद्धम्' पितरों की तृप्ति के लिए जो सनातन विधि से जो कर्म किया जाता है उसेश्राद्ध कहते हैं। किसी भी कर्म को यदि श्रद्धा और विश्वास से नहीं किया जाता तो वह निष्फल होता है। महर्षि पाराशर का मत है कि देश-काल के ...
श्राद्ध कर्म की उचित प्रामाणिक विधि - Hindi ...
hindi.webdunia.com/.../श्राद्ध-कर्म-की-उचित...
Sep 13, 2014 - हर विधि का एक विधान होता है। यदि कर्मकांड को उचित विधि से किया जाए तो ही उसका सही फल प्राप्त होता है। तो आइए जानते हैं कि श्राद्ध कर्म की उचित शास्त्रोक्त विधि के बारे में विस्तार से...
श्राद्ध विधि (संक्षिप्त) - भारतकोश, ज्ञान ...
bharatdiscovery.org/.../श्राद्ध_विधि_(संक्ष...
पितरों के निमित्त विधिपूर्वक जो कर्म श्रद्धा से किया जाता है, उसी को 'श्राद्ध' कहते हैं। ... एवं स्थान के अनुसार उचित (शास्त्रानुमोदित) विधि द्वारा पितरों को लक्ष्य करके श्रद्धापूर्वक ब्राह्मणों को दिया जाता है',श्राद्ध कहलाता है।
श्राद्ध नहीं कर सकते तो करें ये 4 काम ...
religion.bhaskar.com › ... › Utsav › Rochak Batein
धर्म शास्त्रों में श्राद्ध के कुछ विधान बताए गए हैं। उसके अनुसार ही श्राद्ध करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है, ऐसी मान्यता है। विधि-विधान पूर्वक श्राद्ध कर्म करने में समय व धन की आवश्यकता होती है लेकिन यदि आप ...
Article : श्राद्ध की सरल विधि - Radha Kripa
www.radhakripa.com/book/page.php?...vidhi...
Article : श्राद्ध की सरल विधि. ... पितृपक्ष क्या है ? श्राद्ध कितने प्रकार के होते है?श्राद्ध में कुश और तिल का महत्व · पितरो की तृप्ति का सरल मार्ग · पिंडदान का क्या अर्थ है ? श्राद्ध की सरल विधि क्या है? श्राद्ध का अधिकारी कौन है ?
.:: मरणोत्तर (श्राद्ध संस्कार) (अखिल विश्व ...
hindi.awgp.org/gayatri/AWGP_Offers/parivar.../sradh
में कराया जाता है ।। जीवात्माओं की शान्ति के लिए तीर्थों में भी श्राद्ध कर्म कराने का विधान है । ....इन क्रियाओं का विधि- विधान इतना सरल एवं इतने कम खर्च का है कि निधर्न से निर्धन व्यक्ति भी उसे आसानी से सम्पन्न कर सकता है ।। तर्पण में ...
श्राद्ध कर्म की बहुत ही सरल विधि - mahant trilok ...
mahanttrilokgi.blogspot.com/.../blog-post_1153.html
श्राद्ध कर्म की बहुत ही सरल विधि ''. आइये जानते है की किस विधि से या कैसे करे श्राद्ध ??.... जिस तिथि को आपको घर मे श्राद्ध करना हो उस दिन प्रात: काल जल्दी उठ कर स्नान आदी से निवर्त हो जाये . पितरो के निम्मित भगवन सूर्य देव को जल ...
श्राद्ध-कर्म की संक्षिप्त विधि
memorial-in-hindu.blogspot.com/.../blog-post_4375.h...
श्राद्ध-कर्म की संक्षिप्त विधि. श्राद्ध दिवस से पूर्व दिवस को बुद्धिमान पुरुष श्रोत्रिय आदि से विहित ब्राह्मणों को 'पितृ-श्राद्ध तथा 'वैश्व-देव-श्राद्ध' के लिए निमंत्रित करें। पितृ-श्राद्ध के लिए सामर्थ्यानुसार अयुग्म तथा ...
Uttranchal - Mritak Karm Ki Ritiyan
www.ignca.nic.in/coilnet/utrn0034.htm
ग्यारहवें दिन दूसरे घाट में जाकर स्नान करके मृतशय्या पुन: नूतन शय्यादान की विधि पूर्ण करके वृषोत्सर्ग होता है, यानि एक बैल के चूतड़ को दाग देते ... शुभ कर्म करने के पूर्व मासिक श्राद्ध एकदम कर दिए जाते हैं, जिन्हें "मासिक चुकाना" कहते हैं ।
मै हिन्दू हों: श्राद्ध-कर्म की संक्षिप्त विधि
maihindu.blogspot.com/2011/10/blog-post_8031.html
श्राद्ध-कर्म की संक्षिप्त विधि. पिण्डदान करते श्रद्धालु. Main.jpg मुख्य लेख : श्राद्धविधि (संक्षिप्त). श्राद्ध दिवस से पूर्व दिवस को बुद्धिमान पुरुष श्रोत्रिय आदि से विहित ब्राह्मणों को 'पितृ-श्राद्ध' तथा 'वैश्व-देव-श्राद्ध'
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'श्रद्धया दीयते यत् तत् श्राद्धम्' पितरों की तृप्ति के लिए जो सनातन विधि से जो कर्म किया जाता है उसेश्राद्ध कहते हैं। किसी भी कर्म को यदि श्रद्धा और विश्वास से नहीं किया जाता तो वह निष्फल होता है। महर्षि पाराशर का मत है कि देश-काल के ...
श्राद्ध कर्म की उचित प्रामाणिक विधि - Hindi ...
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Sep 13, 2014 - हर विधि का एक विधान होता है। यदि कर्मकांड को उचित विधि से किया जाए तो ही उसका सही फल प्राप्त होता है। तो आइए जानते हैं कि श्राद्ध कर्म की उचित शास्त्रोक्त विधि के बारे में विस्तार से...
श्राद्ध विधि (संक्षिप्त) - भारतकोश, ज्ञान ...
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पितरों के निमित्त विधिपूर्वक जो कर्म श्रद्धा से किया जाता है, उसी को 'श्राद्ध' कहते हैं। ... एवं स्थान के अनुसार उचित (शास्त्रानुमोदित) विधि द्वारा पितरों को लक्ष्य करके श्रद्धापूर्वक ब्राह्मणों को दिया जाता है',श्राद्ध कहलाता है।
श्राद्ध नहीं कर सकते तो करें ये 4 काम ...
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धर्म शास्त्रों में श्राद्ध के कुछ विधान बताए गए हैं। उसके अनुसार ही श्राद्ध करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है, ऐसी मान्यता है। विधि-विधान पूर्वक श्राद्ध कर्म करने में समय व धन की आवश्यकता होती है लेकिन यदि आप ...
Article : श्राद्ध की सरल विधि - Radha Kripa
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में कराया जाता है ।। जीवात्माओं की शान्ति के लिए तीर्थों में भी श्राद्ध कर्म कराने का विधान है । ....इन क्रियाओं का विधि- विधान इतना सरल एवं इतने कम खर्च का है कि निधर्न से निर्धन व्यक्ति भी उसे आसानी से सम्पन्न कर सकता है ।। तर्पण में ...
श्राद्ध कर्म की बहुत ही सरल विधि - mahant trilok ...
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श्राद्ध कर्म की बहुत ही सरल विधि ''. आइये जानते है की किस विधि से या कैसे करे श्राद्ध ??.... जिस तिथि को आपको घर मे श्राद्ध करना हो उस दिन प्रात: काल जल्दी उठ कर स्नान आदी से निवर्त हो जाये . पितरो के निम्मित भगवन सूर्य देव को जल ...
श्राद्ध-कर्म की संक्षिप्त विधि
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श्राद्ध-कर्म की संक्षिप्त विधि. श्राद्ध दिवस से पूर्व दिवस को बुद्धिमान पुरुष श्रोत्रिय आदि से विहित ब्राह्मणों को 'पितृ-श्राद्ध तथा 'वैश्व-देव-श्राद्ध' के लिए निमंत्रित करें। पितृ-श्राद्ध के लिए सामर्थ्यानुसार अयुग्म तथा ...
Uttranchal - Mritak Karm Ki Ritiyan
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ग्यारहवें दिन दूसरे घाट में जाकर स्नान करके मृतशय्या पुन: नूतन शय्यादान की विधि पूर्ण करके वृषोत्सर्ग होता है, यानि एक बैल के चूतड़ को दाग देते ... शुभ कर्म करने के पूर्व मासिक श्राद्ध एकदम कर दिए जाते हैं, जिन्हें "मासिक चुकाना" कहते हैं ।
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श्राद्ध-कर्म की संक्षिप्त विधि. पिण्डदान करते श्रद्धालु. Main.jpg मुख्य लेख : श्राद्धविधि (संक्षिप्त). श्राद्ध दिवस से पूर्व दिवस को बुद्धिमान पुरुष श्रोत्रिय आदि से विहित ब्राह्मणों को 'पितृ-श्राद्ध' तथा 'वैश्व-देव-श्राद्ध'
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